एसटीपीआई-बेंगलुरु, दस एसटीपीआई क्षेत्राधिकारों में से एक, बेंगलुरु, कर्नाटक में स्थित है और इसके पांच उप-केंद्र मैसूर, मंगलुरु, मणिपाल, दावणगेरे और हुबली में स्थित हैं। इलेक्ट्रॉनिक सिटी ( बेंगलुरु में एक प्रमुख आईटी क्लस्टर जिसमें 200 से अधिक आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम कंपनियों की उपस्थिति है ) में स्थित एसटीपीआई-बेंगलुरु पिछले तीन दशकों से कर्नाटक में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर उद्योग के विकास की रीढ़ रहा है और इसने बेंगलुरु को दुनिया भर में सबसे बड़े आईटी समूहों में से एक के रूप में उभरने के लिए को सक्षम बनाया है, जिसे भारत की सिलिकॉन वैली के रूप में गढ़ा गया है।
एसटीपीआई-बेंगलुरु ने कर्नाटक क्षेत्र से सॉफ्टवेयर निर्यात में वृद्धि को आश्वस्त किया है और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को तेज करके रोजगार और उद्यमशीलता के अवसर पैदा किए हैं। वित्तीय वर्ष 2020-21 में एसटीपीआई-बेंगलुरु क्षेत्राधिकार के तहत एसटीपीआई-पंजीकृत इकाइयों ने 2.14 लाख करोड़ रुपये का आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम निर्यात में योगदान दिया।
सन १९९० में, बेंगलुरु भारत का पहला सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपी) था जिसे पुणे और भुवनेश्वर में एसटीपी के साथ स्थापित किया गया था, जो बाद में जून १९९१ में एक एकल स्वायत्त सोसाइटी में विलय कर दिया गया जिसे सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया कहा जाता है। सॉफ्टवेयर निर्यात को बढ़ावा देने में हाई स्पीड डेटा संचार सेवाओं की भूमिका की कल्पना करते हुए, एसटीपीआई ने सन 1992 में बेंगलुरु केंद्र से उपग्रह-आधारित डेटाकॉम सेवाएं शुरू कीं। सन 1993-94 के दौरान, आईटी उद्योग का समर्थन करने के लिए वाशिंगटन डीसी और बेंगलुरु के बीच पहली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा स्थापित की गई । सन 1994 में बेंगलुरु और यूएसए के बीच पहला P2P HSDC लिंक स्थापित किया गया था।
सन 1996 तक राज्य सरकार ने आईटी उद्योग को बढ़ावा देने में बहुत सक्रिय भूमिका निभानी शुरू कर दी । कर्नाटक सरकार सरकार की पहली आईटी नीति के सामने आने के बाद, कई राज्य सरकारों ने इसका अनुसरण किया। एसटीपीआई की सफलता केवल राजधानी शहरों तक सीमित नहीं थी, एसटीपीआई ने कर्नाटक में मैसूर, हुबली, मंगलुरु, दावणगेरे और मणिपाल जैसे माध्यमिक शहरों में अपने पंख फैलाए।
आईटी उद्योग के विकास में , खासकर स्टार्ट-अप एसएमई के मामले में एसटीपीआई की भूमिका जबरदस्त रही है। एसटीपी योजना एक उत्प्रेरक : एसटीपी योजना कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के विकास और निर्यात के लिए 100 प्रतिशत निर्यातोन्मुखी योजना है, जिसमें संचार-लिंक या भौतिक-मीडिया का उपयोग करके व्यावसायिक सेवाओं का निर्यात शामिल है। यह योजना अपनी प्रकृति में अद्वितीय है क्योंकि यह एक उत्पाद/क्षेत्र, यानी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर पर केंद्रित है। यह योजना 100 प्रतिशत निर्यात उन्मुख इकाइयों (ईओयू) और निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्रों (ईपीजेड) की सरकारी अवधारणा और दुनिया में कहीं और संचालित होने वाले विज्ञान पार्कों / प्रौद्योगिकी पार्कों की अवधारणा को एकीकृत करती है। उद्योगो को सशक्त बनाने और उन्हें तुरंत अपना संचालन शुरू करने में सक्षम बनाने के लिए, एसटीपीआई-बेंगलुरु ने सन 1993 तक 4,500 वर्ग मीटर क्षेत्र का विकास किया और 12 एसटीपीआई-पंजीकृत इकाइयां इस केंद्र से संचालित हो रही थीं। एसटीपीआई-बेंगलुरु के तहत एसटीपी इकाइयों से कुल निर्यात सन 1993 में 39 करोड़ रूपये से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 3.55 लाख करोड़ रुपये हो गया ।
IoT ओपन लैब
एसटीपीआई ने एक तकनीकी मंच बनाने के उद्देश्य से एरो इलेक्ट्रॉनिक्स के सहयोग से और MeitY, भारत सरकार के समर्थन से बेंगलुरु में एक सीओई आईओटी ओपनलैब स्थापित किया है, जो कि सभी सेसेक्टर्स में स्टार्ट-अप को विघटनकारी आईओटी-आधारित अनुप्रयोगों, उत्पादों और समाधानों को विकसित करने में सक्षम करेगा । यह आईओटी लैब 4200 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैली हुई है और 5 वर्षों की अवधि में अनुमानित 500 स्टार्टअप को लाभान्वित करेगी । 26 स्टार्टअप पहले ही चुने जा चुके हैं और 10 स्टार्टअप भी शामिल हो चुके हैं।
AICएसटीपीआई बेंगलुरू
एआईसी एसटीपीआई बेंगलुरु 10,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और अत्याधुनिक भौतिक बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य उपकरणों के साथ प्रयोगशाला (जैसे वाइटल साइन मॉनिटर, ईसीजी सिम्युलेटर, न्यूरो स्टिमुलेटर और 3 डी प्रिंटर) और अन्य सामान्य कार्यालय सुविधाओं से युक्त है। इसके लिए 5 वर्षों की अवधि में लगभग 65 नवोन्मेषी और विघटनकारी प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप को इनक्यूबेट करने का लक्ष्य रखा गया है ।
दक्षता आवर्धन CoE
कर्नाटक सरकार के सहयोग से एसटीपीआई द्वारा दक्षता वृद्धि पर एक उद्यमिता केंद्र (सीओई) स्थापित किया जा रहा है। यह सीओई अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा जो बहस, विचार-विमर्श, कार्य और नवपरिवर्तन के लिए (उद्योग बुनियादी ढांचे और व्यापार परिवर्तन), लोगों के विकास और उद्योग पर प्रौद्योगिकी के प्रभाव को संबोधित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय एवं उद्योगो को एक साथ लेन का कार्य करेगा।
स्मार्ट लैब
एसटीपीआई ने कर्नाटक सरकार के सहयोग से सरकार ने दिसंबर 2017 में बेंगलुरु में सेमीकंडक्टर मेजरमेंट एनालिसिस एंड रिलायबिलिटी टेस्ट (स्मार्ट) लैब की स्थापना की ताकि स्टार्टअप और सेमीकंडक्टर कंपनियां स्थानीय स्तर पर अपने चिप डिजाइन का परीक्षण कर सकें और उत्पाद डिजाइन चक्र और संचालन लागत को कम कर सकें। स्मार्ट लैब नवीनतम हाई-एंड सेमीकंडक्टर टेस्ट, मापन और विश्वसनीयता परीक्षण उपकरण से लैस है और इसका उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रॉनिक और सेमीकंडक्टर डिजाइन और विनिर्माण (ईएसडीएम) कंपनियों के विकास का समर्थन करना है। 52 ईएसडीएम कंपनियों द्वारा शुरू से ही स्मार्ट लैब का उपयोग किया जा रहा है।
एसटीपीआई ने 1991 में अपनी स्थापना के बाद से 3 केंद्रों के साथ पूरे भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया, ताकि तकनीक-संचालित उद्यमिता को टियर- II / III शहरों में फैलाया जा सके। आज एसटीपीआई के 65 केंद्र हैं जिनमें से 57 केंद्र टियर-II/III शहरों में हैं। ये केंद्र संबंधित क्षेत्र से आईटी / आईटीईएस / ईएसडीएम निर्यात को बढ़ावा देने, रोजगार पैदा करने , सॉफ्टवेयर उत्पादों को विकसित करने और स्टार्टअप को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
नीचे दी गई समय-सीमा एसटीपीआई-बेंगलुरु के उप-केंद्रों को उनकी स्थापना के वर्ष के साथ दर्शाती है :
दावणगेरे
2022 केएसओयू क्षेत्रीय केंद्र, जे.एच पटेल लेआउट, शमनूर के पीछे, नागनूर रोड, दावणगेरे, कर्नाटक - 577 004
v.sasikumar@stpi.in
08192-200892/93
मंगलुरु
2001 ब्लूबेरी हिल, हरिपदावू रोड, डेरेबेल, मंगलुरु-575008 कर्नाटक
ravindra.aroor@stpi.in
08242212139
मणिपाल
1999 दूसरी मंजिल, कार्मिक भवन राजीव नगर, 80 बडगुबेट्टू, अलवूर रोड, मणिपाल पार्कला पोस्ट, उडुपी जिला, कर्नाटक, भारत 567107
mgl.support@stpi.in
0820 2575752
मैसूर
1999 एस जे सी ई - स्टेप कैम्पस, मानस गंगोत्री, मैसूरु - 570006 कर्नाटक
jayaprakash@stpi.in
08212412090
हुबली
2001 ए ब्लॉक, चौथी मंजिल, आईटी पार्क, इंदिरा ग्लास हाउस के सामने, हुबली - 580029 कर्नाटक
v.sasikumar@stpi.in
08362257093